प्लेटो का जीवन परिचय

प्लेटो सुकरात के सबसे प्रसिद्ध शिष्य थे, जो खुद एक प्रसिद्ध दार्शनिक थे। सुकरात की मृत्यु के बाद, प्लेटो ने अपनी खुद की अकादमी की स्थापना की, जो दर्शन, विज्ञान और गणित के अध्ययन का एक प्रमुख केंद्र बन गई।

प्लेटो ने अपने जीवनकाल में कई महत्वपूर्ण दार्शनिक ग्रंथ लिखे। उनके लेखन का एक बड़ा हिस्सा सुकरात के साथ हुई बातचीत के रूप में लिखे गए संवादों के रूप में है। इन संवादों में, प्लेटो ने ज्ञान, न्याय, सत्य और आदर्श राज्य जैसे विषयों पर चर्चा की।