बिरसा मुंडा: आदिवासी क्रांति के धधकते अंगारे

बिरसा मुंडा 19वीं सदी के भारत के एक महान आदिवासी क्रांतिकारी और जननायक थे। उनका जन्म 15 नवंबर, 1875 को छोटानागपुर पठार क्षेत्र के रांची जिले के उलिहातु गांव में मुंडा जनजाति में हुआ था।

बिरसा का बचपन गरीबी और अशांति के बीच बीता। उस समय ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन और जमींदारों का अत्याचार आदिवासी समुदाय पर चरम पर था। उनकी जमीनें छीनी जा रही थीं, उन्हें जबरन ईसाई बनाया जा रहा था और उनका शोषण किया जा रहा था।