जयशंकर प्रसाद का जन्म 30 जनवरी 1889 को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक प्रतिष्ठित और समृद्ध परिवार में हुआ था। जयशंकर प्रसाद के पिता का नाम बाबू देवीप्रसाद था, जो अपने समय के एक जाने-माने व्यवसायी थे। उनकी माता का नाम श्रीमती मुन्नी देवी था। उनके दादा, शिवरतन साहू भी एक सफल व्यापारी थे और उनका परिवार काशी में अत्यधिक सम्मानित और धनी माना जाता था।

प्रसाद जी की प्रारंभिक शिक्षा वाराणसी में ही हुई, लेकिन पारिवारिक परिस्थितियों के कारण वे औपचारिक शिक्षा को अधिक आगे नहीं बढ़ा सके। फिर भी, उन्होंने स्वाध्याय के माध्यम से संस्कृत, हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी भाषाओं में गहरी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने भारतीय शास्त्रों, वेदों और पुराणों का अध्ययन किया, जिससे उनकी रचनाओं में भारतीय संस्कृति और दर्शन की गहरी छाप दिखाई देती है।