चरक विमान स्थान क्या है?

चरक विमान स्थान, चरक संहिता का तीसरा खंड है, जो आयुर्वेद में रोगों के निदान और उपचार के लिए आवश्यक मापन और मानकीकरण के सिद्धांतों से संबंधित है।

विमान शब्द का अर्थ है "माप" या "परिमाण"। इस खंड में, आचार्य चरक ने रोगों के कारणों, लक्षणों और उपचारों का विश्लेषण करने के लिए विभिन्न मापन प्रणालियों का वर्णन किया है।