कोयल: प्रकृति का मीठा स्वर! कोयल के अनसुने रोचक तथ्य! Amazing Facts About Koyal in Hindi with FAQs
कोयल, अपने मधुर गीत के लिए जानी जाने वाली एक खूबसूरत पक्षी है। यह भारत सहित एशिया और अफ्रीका के कई हिस्सों में पाई जाती है। गर्मियों के दिनों में कोयल की कूक सुबह की नींद खोलने और शाम की थकान मिटाने का काम करती है। आइए, आज इस ब्लॉग में हम कोयल के बारे में विस्तार से जानते हैं।
रोचक तथ्य
By
Akash Jyoti
Last Update
Jul 22, 2024
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कोयल की पहचान
- कोयल का आकार लगभग कबूतर के बराबर होता है।
- इसके पंख ज्यादातर भूरे रंग के होते हैं, और सीने पर सफेद धारियां होती हैं।
- नर कोयल का सिर काला होता है, जबकि मादा कोयल के सिर पर हल्का भूरा रंग होता है।
- कोयल की सबसे खास पहचान इसकी मीठी और तेज आवाज है, जिसे हम अक्सर "कू-कू" के रूप में सुनते हैं।
कोयल का व्यवहार
- कोयल घोंसला नहीं बनाती है। यह दूसरे पक्षियों, खासकर कौवे और मैना के घोंसलों में अपने अंडे दे देती है।
- कोयल का बच्चा मेजबान पक्षी के बच्चों से पहले जल्दी से अंडे से बाहर निकल आता है और मेजबान पक्षी के बच्चों को धीरे-धीरे घोंसले से बाहर फेंक देता है।
- मेजबान पक्षी कोयल के बच्चे को अपना बच्चा समझकर उसका पालन-पोषण करती है।
- कोयल फल, कीड़े और छोटे जीवों को खाती है।
कोयल का सांस्कृतिक महत्व

