एमपॉक्स वायरस: जानें सच्चाई, फैलाएं जागरूकता

एमपॉक्स, पहले इसे मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था, एक दुर्लभ रोग है जो जानवरों से मनुष्यों में फैल सकता है। हाल ही में, इस वायरस के मामलों में वृद्धि देखी गई है, जिसने लोगों को चिंतित कर दिया है। इस ब्लॉग में, हम एमपॉक्स वायरस के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा करेंगे।

एमपॉक्स वायरस क्या है?

एमपॉक्स एक वायरस है जो चेचक वायरस से संबंधित है। यह वायरस मुख्य रूप से जानवरों, जैसे कि गिलहरी, चूहों और अन्य कृन्तकों में पाया जाता है। मनुष्य इस वायरस के संपर्क में आने से संक्रमित हो सकते हैं।

एमपॉक्स वायरस का इतिहास

एमपॉक्स वायरस पहली बार 1958 में मकाका बंदरों में पाया गया था। इसका नाम इसलिए पड़ा क्योंकि इसे शुरू में मंकीपॉक्स समझा गया था, लेकिन बाद में पता चला कि यह एक अलग वायरस है। 1970 के दशक में, पहला मानव संक्रमण का मामला दर्ज किया गया था।

एमपॉक्स वायरस के प्रकार