नई शुरुआत: सपनों की ओर बढ़ते कदम

एक छोटे से गाँव में, एक लड़का रहता था जिसका नाम अर्जुन था। अर्जुन का सपना था कि वह एक दिन बड़ा आदमी बने और अपने परिवार का नाम रोशन करे। लेकिन उसके सपनों और हकीकत के बीच एक गहरी खाई थी। उसके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी और उसे अक्सर खेतों में काम करना पड़ता था।

एक दिन, अर्जुन ने अपने गाँव के बड़े पेड़ के नीचे बैठकर सोचा, "क्या मैं अपने सपनों को कभी पूरा कर पाऊंगा?" उसकी आँखों में निराशा थी। तभी गाँव के बुजुर्ग, दादा जी, वहाँ आए और अर्जुन के पास बैठ गए। दादा जी ने पूछा, "क्या बात है, बेटा? तुम इतने उदास क्यों हो?"