भावनाओं के फैसले और संयम का सबक

एक समय की बात है, एक छोटा-सा शहर था जहाँ आदित्य राणा नाम का एक लड़का रहता था। आदित्य का स्वभाव थोड़ा अलग था। वह हर चीज़ में अपने दिल की सुनता था, चाहे निर्णय कितना भी बड़ा क्यों न हो। कई लोग उसे सलाह देते कि भावनाओं से परे देखना सीखो, लेकिन आदित्य का मानना था कि दिल के रास्ते कभी गलत नहीं होते।