चिरायु की मीठी सी आवाज़

एक घने जंगल में चिरायु नामक एक छोटी सी चिड़िया रहती थी। चिरायु बहुत खूबसूरत तो नहीं थी, पर उसका दिल गाना गाने का दीवाना था। सवेरे सूरज निकलने से लेकर शाम ढलने तक वो तरह-तरह के राग छेड़ती रहती। पर उसकी आवाज कर्कश और बेसुरी होती थी। दूसरे पंछी चिरायु को गाते हुए सुनकर नाक - भौं सिकोड़ते और कभी-कभी तो उपहास भी करते थे.

एक दिन चिरायु उदास होकर एक बूढ़े गंजे गिद्धराज के पास जा पहुंची। गिद्धराज पूरे जंगल में सबसे बुद्धिमान माने जाते थे। चिरायु ने गिद्धराज को अपनी परेशानी बताई और कहा, “मैं गाना सीखना चाहती हूँ, पर मेरी आवाज बहुत खराब है। सब मेरा मजाक उड़ाते हैं।”