दादी की कहानियाँ! जादुई शब्दों का खजाना

अनमोल एक जिज्ञासु बच्चा था। वह हमेशा कहानियों की दुनिया में खो जाना चाहता था। एक शाम, जब सूरज ढल रहा था, अनमोल अपनी दादी के पास बैठा हुआ था। दादी की झुर्रियों से भरा चेहरा अनगिनत कहानियों को समेटे हुए था।

"दादी, आज मुझे कोई कहानी सुनाओ," अनमोल ने आग्रह किया।