असफलता से सीखें, आसमान छूने का हौसला

मनोज एक हंसमुख और जिज्ञासु लड़का था। उसे पतंग उड़ाने का बहुत शौक था। हर रोज शाम ढलते ही वह छत पर जाकर रंगीन पतंगों को आसमान में नाचता हुआ देखता। एक दिन, उसके पिताजी उसे बाजार से एक खूबसूरत, लाल रंग की पतंग लाकर दिए। मनोज खुशी से उछल पड़ा।