मीरा की मीठी आवाज़

पहाड़ों की तलहटी में एक छोटा सा गांव था। वहाँ रहती थीं मीरा, एक हंसमुख सी लड़की। मीरा की आवाज़ बहुत सुरीली थी, गाती तो पहाड़ भी गुनगुना उठते। लेकिन उसकी जिंदगी आसान नहीं थी। बचपन में ही पिता का साया उठ गया और माँ बीमार रहने लगीं। घर चलाने के लिए मीरा को मिट्टी के दीये बनाने पड़ते।

संगीत का सपना