रेगिस्तान का राज! दो युवा पुरातत्वविद, अली और ओम की कहानी

गर्मी से झुलसता रेगिस्तान, सूरज की तपिश से तपता हुआ। दूर क्षितिज पर कुछ नुकीले सिंहासन नजर आते हैं, मानो रेत के बीच राजाओं का दरबार लगा हो। ये हैं मिस्र के पिरामिड, हज़ारों सालों से रेगिस्तान की कहानियों को अपने सीने में समेटे हुए।

आज रात चांद पूरा था और उसकी रोशनी पिरामिडों पर बिखर रही थी। एक युवा पुरातत्वविद, अली, इन प्राचीन संरचनाओं के रहस्य को सुलझाने के जुनून में वहां खड़ा था। वह मानता था कि पिरामिडों के अंदर कोई गुप्त कक्ष है, जिसके बारे में दुनिया को अभी तक पता नहीं चला है।