रक्षा-बंधन: भाई-बहन के रिश्ते की एक अनोखी कहानी

एक समय की बात है. एक गांव में भाई-बहन रहते थे जिनका नाम था सत्यजीत और साधना। साधना सत्यजीत की लाडली छोटी बहन थी। सत्यजीत अपनी बहन को बहुत प्यार करता था और उसकी देखभाल करता था। उनके माता पिता नहीं थे उनका कुछ साल पहले मौत हो गई थी जिसके बाद सत्यजीत ही साधना का पूरा ख्याल रखता था।

दोनो का रिश्ता बहुत प्यारा और मजबूत था।साधना को रक्षाबंधन का त्यौहार बहुत पसंद था। वो हर साल रक्षाबंधन पर अपने भाई सत्यजीत की कलाई पर राखी बांधती थी और सत्यजीत हर बार साधना को उपहार देता था और साथ में एक वादा भी करता था कि वो हमेशा अपनी बहन की रक्षा करेगा। सत्यजीत शिक्षक बनना चाहता था और साधना डॉक्टर बनना चाहती थीं।