रात का सफर

राजा विक्रमादित्य, हमेशा की तरह, रात के सन्नाटे में श्मशान की ओर जा रहे थे। उनके कंधे पर लटका हुआ था, बेताल का भयानक रूप। हर रात बेताल एक कहानी सुनाता और फिर पेचीदा सवाल पूछता।

व्यापारी और उसका बेटा