सत्यवादी तोता और राजा विक्रमादित्य: वफादारी की असली परीक्षा! Vikram Betal ki Kahani A Short Story in Hindi
क्या एक सच बोलने वाला तोता राजा के लिए शुभ या अशुभ साबित होगा? राजा विक्रमादित्य की बुद्धि और सत्यवादी तोते की चेतावनियों ने उन्हें किस तरह बचाया? बेताल पचीसी की रोमांचक कहानी में जानें वफादारी की असली परीक्षा और सत्य की ताकत को।
कहानियाँ
By
Akash Jyoti
Last Update
Jul 28, 2024
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राजा विक्रमादित्य और सत्यवादी तोता
बेताल पचीसी की कहानियों में से एक राजा विक्रमादत्य और एक सत्यवादी तोते की कहानी है। राजा एक जंगल से गुजर रहे थे जहाँ उन्हें एक सोने का पिंजरा दिखाई दिया। पिंजरे के अंदर एक हरे रंग का तोता था। राजा को तोता बहुत सुंदर लगा तो उन्होंने उसे पिंजरे से निकाल लिया।
तोते को पिंजरे से मुक्त होते देख, राजा को आश्चर्य हुआ क्योंकि तोते ने बात करना शुरू कर दिया। उसने कहा, "हे राजन, मुझे मत छुओ! मैं एक सत्यवादी तोता हूँ और तुम्हारे लिए अशुभ साबित हो सकता हूँ।"

