भारतीय रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर: कारण, प्रभाव, और भविष्य की संभावनाएँ
हाल ही में भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले अपने अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गया है। यह स्थिति न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है, बल्कि आम नागरिकों के दैनिक जीवन को भी प्रभावित कर सकती है।
चर्चा में
By
Amit Kumar
Last Update
Dec 13, 2024
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1. भारतीय रुपये की गिरावट के प्रमुख कारण
भारतीय रुपये का रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुँचने के पीछे कई आंतरिक और बाहरी कारक हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
वैश्विक आर्थिक अस्थिरता: दुनिया भर में आर्थिक अस्थिरता का प्रभाव भारत पर भी पड़ा है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि से डॉलर की मांग बढ़ गई है, जिससे उभरते हुए देशों की मुद्राओं पर दबाव बढ़ा है।

