भूकंप (Earthquake): रहस्य, विज्ञान और बचाव की पूरी गाइड! अगले भूकंप से पहले जान लें ये 5 बातें

भूकंप (Earthquake) प्रकृति का एक रहस्यमय और विनाशकारी रूप है जिसके पीछे छिपे वैज्ञानिक कारणों से लेकर बचाव के जीवनरक्षक उपायों तक जानें! इस आर्टिकल में पढ़ें!

भूकंप (Earthquake): रहस्य, विज्ञान और बच...
भूकंप (Earthquake): रहस्य, विज्ञान और बच...


भूकंप क्या है?

भूकंप (Earthquake) पृथ्वी की सतह का अचानक कंपन या हिलना है जो धरती के नीचे टेक्टोनिक प्लेटों की गति के कारण होता है। यह एक प्राकृतिक आपदा है जो कभी भी बिना किसी चेतावनी के आ सकती है और जान-माल का भारी नुकसान पहुँचा सकती है।

भूकंप के मुख्य कारण

टेक्टोनिक प्लेटों की गति – पृथ्वी की सतह कई बड़ी प्लेटों से बनी है जो लगातार खिसकती रहती हैं। जब ये प्लेटें आपस में टकराती या रगड़ खाती हैं तो भूकंप आता है।

ज्वालामुखी गतिविधि – ज्वालामुखी के फटने से भी भूकंप आ सकते हैं।

मानवजनित कारण – बड़े बाँधों का निर्माण, खनन या भूमिगत परमाणु परीक्षण भी भूकंप को ट्रिगर कर सकते हैं।

भूकंप की तीव्रता मापने का पैमाना

भूकंप की ताकत को रिक्टर स्केल या मोमेंट मैग्नीट्यूड स्केल (Mw) से मापा जाता है:

2.5 से कम: आमतौर पर महसूस नहीं होता।

2.5-5.4: हल्का कंपन, छोटा नुकसान।

5.5-6.0: इमारतों को नुकसान हो सकता है।

6.1-6.9: भारी तबाही, इमारतें गिर सकती हैं।

7.0+: विनाशकारी भूकंप, बड़े पैमाने पर जान-माल की हानि।

भूकंप के प्रभाव

- भूस्खलन और सुनामी (समुद्र के पास के इलाकों में)।

- इमारतों, पुलों और सड़कों का ध्वस्त होना।

- बिजली, पानी और संचार व्यवस्था का बाधित होना।

- जीवन की हानि और आर्थिक नुकसान।

भूकंप से बचाव के उपाय

भूकंप से पहले:

- मजबूत इमारतों का निर्माण (भूकंपरोधी डिज़ाइन)।

- भारी सामान नीचे रखें ताकि गिरने पर चोट न लगे।

- आपातकालीन किट तैयार रखें (पानी, दवाइयाँ, टॉर्च, रेडियो)।

- परिवार के साथ आपातकालीन योजना बनाएँ।

भूकंप के दौरान:

अंदर होने पर:

- मेज या बिस्तर के नीचे छिप जाएँ।

- खिड़कियों, अलमारियों और भारी वस्तुओं से दूर रहें।

बाहर होने पर:

- खुले मैदान में चले जाएँ।

- बिजली के खंभों और इमारतों से दूर रहें।

गाड़ी में होने पर:

- गाड़ी रोककर खुले स्थान पर रुकें।

भूकंप के बाद:

- अफवाहों से बचें और सही जानकारी के लिए रेडियो/अधिकारिक सूत्रों का उपयोग करें।

- गैस लीक और बिजली के तारों की जाँच करें।

- घर तभी लौटें जब अधिकारिक तौर पर सुरक्षित घोषित किया जाए।

भूकंप से जुड़े रोचक और हैरान कर देने वाले तथ्य

भूकंप से जुड़े कुछ ऐसे रोचक और हैरान कर देने वाले तथ्य जो शायद आप नहीं जानते होंगे:

1. दुनिया का सबसे शक्तिशाली भूकंप: 1960 में चिली में 9.5 तीव्रता का भूकंप आया जो अब तक का सबसे ताकतवर भूकंप रिकॉर्ड किया गया है। यह इतना शक्तिशाली था कि इसने पूरी पृथ्वी को हिला दिया था!

2. भूकंप से पृथ्वी की घूर्णन गति बदल जाती है: 2011 में जापान के भूकंप (9.0 तीव्रता) ने पृथ्वी के घूमने की गति को थोड़ा बढ़ा दिया जिससे दिन की लंबाई 1.8 माइक्रोसेकंड कम हो गई!

3. "सुनामी" शब्द जापानी भाषा से आया है: "सुनामी" का अर्थ है "बंदरगाह की लहर" क्योंकि जापान में भूकंप से उठने वाली विशाल लहरों ने बार-बार तबाही मचाई है।

4. भूकंप से जमीन में दरारें बन जाती हैं: 2016 में न्यूजीलैंड के भूकंप ने जमीन में 15 फीट ऊँची और 20 किमी लंबी दरार बना दी!

5. चंद्रमा पर भी आते हैं भूकंप: हाँ! चाँद पर भी "मूनक्वेक्स" (Moonquakes) आते हैं लेकिन वे पृथ्वी के भूकंपों जितने खतरनाक नहीं होते।

6. जानवरों को पहले ही पता चल जाता है: कई जानवर (जैसे कुत्ते, साँप, मछलियाँ) भूकंप आने से पहले ही अजीब व्यवहार करने लगते हैं। वैज्ञानिक मानते हैं कि वे धरती की हल्की कंपन या इलेक्ट्रोमैग्नेटिक बदलाव महसूस कर लेते हैं।

7. दुनिया में हर साल लाखों भूकंप आते हैं: हर साल लगभग 5 लाख भूकंप आते हैं लेकिन इनमें से सिर्फ 1 लाख ही महसूस किए जाते हैं और 100 ही विनाशकारी होते हैं।

8. भूकंप से रेत भी तरल बन जाती है: कभी-कभी भूकंप की वजह से "लिक्विफैक्शन" होता है, जिसमें ठोस जमीन अचानक तरल की तरह व्यवहार करने लगती है।

9. सबसे ज्यादा भूकंप जापान में आते हैं: जापान दुनिया का सबसे भूकंप-प्रवण देश है जहाँ हर साल लगभग 1500 भूकंप आते हैं!

10. भूकंप से पहाड़ भी खिसक जाते हैं: 2011 के जापानी भूकंप ने माउंट एवरेस्ट को 1.5 इंच पश्चिम की ओर खिसका दिया!

11. अंटार्कटिका में भी आते हैं भूकंप: हालांकि यहाँ बर्फ की मोटी परत है लेकिन फिर भी आइसक्वेक्स (Icequakes) आते हैं।

12. भूकंप की आवाज सुनाई दे सकती है: कुछ लोग भूकंप से पहले गड़गड़ाहट या धमाके जैसी आवाज सुनते हैं जो जमीन के अंदर चट्टानों के टूटने से पैदा होती है।

13. दुनिया का सबसे घातक भूकंप: 1556 में चीन के शानक्सी प्रांत में आए भूकंप में लगभग 8 लाख लोग मारे गए थे जो इतिहास का सबसे भयानक भूकंप था।

14. भूकंप से नदियाँ भी बदल जाती हैं: 1812 में अमेरिका के न्यू मैड्रिड भूकंप ने मिसिसिपी नदी की दिशा ही बदल दी थी!

15. भूकंप की रोशनीकभी-कभी भूकंप से पहले या दौरान आसमान में रहस्यमय रोशनी दिखाई देती है, जिसे वैज्ञानिक अभी तक पूरी तरह नहीं समझ पाए हैं।

+ बोनस फैक्ट: भूकंप से बादल भी बनते हैं!

कुछ भूकंपों के बाद "अर्थक्वेक क्लाउड्स" दिखते हैं जो जमीन से निकलने वाली गैसों और धूल के कारण बनते हैं।

भूकंप से जुड़े कुछ अनसुने और दिलचस्प तथ्य

1. भूकंपों का "स्वर्णिम नियम": वैज्ञानिकों ने पाया है कि हर 3 साल में एक बार 8+ तीव्रता का भूकंप आने की संभावना रहती है।

2. भूकंप से पहले भूजल का स्तर बदल जाता है: कई बार भूकंप से पहले कुओं और तालाबों का पानी का स्तर अचानक बढ़ या घट जाता है।

3. "स्लो-मोशन भूकंप": कुछ भूकंप कई दिनों हफ्तों या महीनों तक चलते हैं लेकिन इतने धीमे होते हैं कि महसूस नहीं होते।

4. भूकंप से पहले रेडॉन गैस निकलती है: वैज्ञानिकों का मानना है कि भूकंप से पहले जमीन से रेडॉन गैस रिसती है जिसे डिटेक्ट करके पूर्वानुमान लगाया जा सकता है।

5. दुनिया का सबसे लंबा भूकंप (2004 की सुनामी): 2004 के हिंद महासागर के भूकंप ने 10 मिनट तक धरती को हिलाया जो अब तक का सबसे लंबा भूकंप था।

6. "साइलेंट भूकंप": ये भूकंप बिना किसी झटके के आते हैं और सिर्फ वैज्ञानिक उपकरणों से ही पकड़े जा सकते हैं।

7. भूकंप से पहले जानवरों का व्यवहार: 

- मछलियाँ पानी से बाहर कूदने लगती हैं।

- चींटियाँ अपने बिलों से बाहर निकल आती हैं।

- पक्षी असामान्य रूप से चिल्लाने लगते हैं।

8. भूकंप से पहाड़ों की ऊँचाई बदल जाती है: 2015 के नेपाल भूकंप ने माउंट एवरेस्ट की ऊँचाई 1 इंच कम कर दी थी।

9. भूकंप से पृथ्वी की धुरी भी खिसक जाती है: 2011 के जापानी भूकंप ने पृथ्वी की धुरी को 10 सेमी तक खिसका दिया था।

10. भूकंप की "छाया": भूकंप की तरंगें पृथ्वी के कुछ हिस्सों में बिल्कुल नहीं पहुँच पातीं जिसे "शैडो जोन" कहते हैं।

11. भूकंप से ज्वालामुखी फट सकते हैं: कई बार बड़े भूकंपों के बाद ज्वालामुखी विस्फोट हो जाते हैं।

12. भूकंप से समुद्र तल भी हिलता है: 2011 के जापानी भूकंप ने समुद्र तल को 24 मीटर तक नीचे धंसा दिया था।

13. "स्टैंडिंग वेव्स": कभी-कभी भूकंप की वजह से झीलों और तालाबों में लहरें बिना किसी बाहरी कारण के उठने लगती हैं।

14. भूकंप से पहले अजीब बादल: कुछ भूकंपों से पहले लंबी, सीधी रेखा वाले बादल दिखाई देते हैं जिन्हें "अर्थक्वेक क्लाउड्स" कहते हैं।

15. भूकंप से पेड़ भी हिलते हैं: 2011 के जापानी भूकंप ने अमेरिका के जंगलों तक के पेड़ों को हिला दिया था!

विश्व के प्रमुख भूकंपों की सूची 

वर्षस्थानरिक्टर पैमाने पर तीव्रताप्रभाव/नुकसान
2023तुर्की-सीरिया सीमा7.850,000+ मौतें, बड़े पैमाने पर विनाश
2021हैती7.22,000+ मौतें, भारी तबाही
2018इंडोनेशिया (सुलावेसी)7.54,300+ मौतें, सुनामी और भूस्खलन
2015नेपाल7.89,000+ मौतें, एवरेस्ट पर हिमस्खलन
2011जापान (टोहोकू)9.020,000+ मौतें, सुनामी और फुकुशिमा दुर्घटना
2010चिली8.8500+ मौतें, सुनामी
2010हैती7.03,00,000+ मौतें, राजधानी पोर्ट-ऑ-प्रिंस नष्ट
2008चीन (सिचुआन)7.987,000+ मौतें, बड़े पैमाने पर इमारतें ध्वस्त
2005पाकिस्तान (कश्मीर)7.680,000+ मौतें
2004हिंद महासागर (सुनामी)9.12,30,000+ मौतें, 14 देश प्रभावित
1995जापान (कोबे)6.96,000+ मौतें
1993भारत (लातूर)6.410,000+ मौतें
1989अमेरिका (कैलिफोर्निया)6.963 मौतें, बड़ा आर्थिक नुकसान
1985मेक्सिको8.010,000+ मौतें
1976चीन (तांगशान)7.82,50,000+ मौतें (आधिकारिक आंकड़ा)
1964अमेरिका (अलास्का)9.2130+ मौतें, सुनामी
1960चिली9.56,000+ मौतें, अब तक का सबसे शक्तिशाली भूकंप
1950भारत-चीन (असम-तिब्बत)8.61,500+ मौतें
1934नेपाल-भारत (बिहार)8.010,000+ मौतें
1906अमेरिका (सैन फ्रांसिस्को)7.93,000+ मौतें, बड़ी आग

महत्वपूर्ण नोट्स:

सबसे घातक भूकंप: 1556 में चीन का शानक्सी भूकंप (8.0 तीव्रता) जिसमें ~8 लाख लोग मारे गए।

सबसे ताकतवर भूकंप: 1960 में चिली का भूकंप (9.5 तीव्रता)।

भारत का सबसे भयानक भूकंप: 2001 में गुजरात भूकंप (7.7 तीव्रता, 20,000+ मौतें)।

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