भूकंप क्या है?
भूकंप (Earthquake) पृथ्वी की सतह का अचानक कंपन या हिलना है जो धरती के नीचे टेक्टोनिक प्लेटों की गति के कारण होता है। यह एक प्राकृतिक आपदा है जो कभी भी बिना किसी चेतावनी के आ सकती है और जान-माल का भारी नुकसान पहुँचा सकती है।
भूकंप के मुख्य कारण
टेक्टोनिक प्लेटों की गति – पृथ्वी की सतह कई बड़ी प्लेटों से बनी है जो लगातार खिसकती रहती हैं। जब ये प्लेटें आपस में टकराती या रगड़ खाती हैं तो भूकंप आता है।
ज्वालामुखी गतिविधि – ज्वालामुखी के फटने से भी भूकंप आ सकते हैं।
मानवजनित कारण – बड़े बाँधों का निर्माण, खनन या भूमिगत परमाणु परीक्षण भी भूकंप को ट्रिगर कर सकते हैं।
भूकंप की तीव्रता मापने का पैमाना
भूकंप की ताकत को रिक्टर स्केल या मोमेंट मैग्नीट्यूड स्केल (Mw) से मापा जाता है:
2.5 से कम: आमतौर पर महसूस नहीं होता।
2.5-5.4: हल्का कंपन, छोटा नुकसान।
5.5-6.0: इमारतों को नुकसान हो सकता है।
6.1-6.9: भारी तबाही, इमारतें गिर सकती हैं।
7.0+: विनाशकारी भूकंप, बड़े पैमाने पर जान-माल की हानि।
भूकंप के प्रभाव
- भूस्खलन और सुनामी (समुद्र के पास के इलाकों में)।
- इमारतों, पुलों और सड़कों का ध्वस्त होना।
- बिजली, पानी और संचार व्यवस्था का बाधित होना।
- जीवन की हानि और आर्थिक नुकसान।
भूकंप से बचाव के उपाय
भूकंप से पहले:
- मजबूत इमारतों का निर्माण (भूकंपरोधी डिज़ाइन)।
- भारी सामान नीचे रखें ताकि गिरने पर चोट न लगे।
- आपातकालीन किट तैयार रखें (पानी, दवाइयाँ, टॉर्च, रेडियो)।
- परिवार के साथ आपातकालीन योजना बनाएँ।
भूकंप के दौरान:
अंदर होने पर:
- मेज या बिस्तर के नीचे छिप जाएँ।
- खिड़कियों, अलमारियों और भारी वस्तुओं से दूर रहें।
बाहर होने पर:
- खुले मैदान में चले जाएँ।
- बिजली के खंभों और इमारतों से दूर रहें।
गाड़ी में होने पर:
- गाड़ी रोककर खुले स्थान पर रुकें।
भूकंप के बाद:
- अफवाहों से बचें और सही जानकारी के लिए रेडियो/अधिकारिक सूत्रों का उपयोग करें।
- गैस लीक और बिजली के तारों की जाँच करें।
- घर तभी लौटें जब अधिकारिक तौर पर सुरक्षित घोषित किया जाए।
भूकंप से जुड़े रोचक और हैरान कर देने वाले तथ्य
भूकंप से जुड़े कुछ ऐसे रोचक और हैरान कर देने वाले तथ्य जो शायद आप नहीं जानते होंगे:
1. दुनिया का सबसे शक्तिशाली भूकंप: 1960 में चिली में 9.5 तीव्रता का भूकंप आया जो अब तक का सबसे ताकतवर भूकंप रिकॉर्ड किया गया है। यह इतना शक्तिशाली था कि इसने पूरी पृथ्वी को हिला दिया था!
2. भूकंप से पृथ्वी की घूर्णन गति बदल जाती है: 2011 में जापान के भूकंप (9.0 तीव्रता) ने पृथ्वी के घूमने की गति को थोड़ा बढ़ा दिया जिससे दिन की लंबाई 1.8 माइक्रोसेकंड कम हो गई!
3. "सुनामी" शब्द जापानी भाषा से आया है: "सुनामी" का अर्थ है "बंदरगाह की लहर" क्योंकि जापान में भूकंप से उठने वाली विशाल लहरों ने बार-बार तबाही मचाई है।
4. भूकंप से जमीन में दरारें बन जाती हैं: 2016 में न्यूजीलैंड के भूकंप ने जमीन में 15 फीट ऊँची और 20 किमी लंबी दरार बना दी!
5. चंद्रमा पर भी आते हैं भूकंप: हाँ! चाँद पर भी "मूनक्वेक्स" (Moonquakes) आते हैं लेकिन वे पृथ्वी के भूकंपों जितने खतरनाक नहीं होते।
6. जानवरों को पहले ही पता चल जाता है: कई जानवर (जैसे कुत्ते, साँप, मछलियाँ) भूकंप आने से पहले ही अजीब व्यवहार करने लगते हैं। वैज्ञानिक मानते हैं कि वे धरती की हल्की कंपन या इलेक्ट्रोमैग्नेटिक बदलाव महसूस कर लेते हैं।
7. दुनिया में हर साल लाखों भूकंप आते हैं: हर साल लगभग 5 लाख भूकंप आते हैं लेकिन इनमें से सिर्फ 1 लाख ही महसूस किए जाते हैं और 100 ही विनाशकारी होते हैं।
8. भूकंप से रेत भी तरल बन जाती है: कभी-कभी भूकंप की वजह से "लिक्विफैक्शन" होता है, जिसमें ठोस जमीन अचानक तरल की तरह व्यवहार करने लगती है।
9. सबसे ज्यादा भूकंप जापान में आते हैं: जापान दुनिया का सबसे भूकंप-प्रवण देश है जहाँ हर साल लगभग 1500 भूकंप आते हैं!
10. भूकंप से पहाड़ भी खिसक जाते हैं: 2011 के जापानी भूकंप ने माउंट एवरेस्ट को 1.5 इंच पश्चिम की ओर खिसका दिया!
11. अंटार्कटिका में भी आते हैं भूकंप: हालांकि यहाँ बर्फ की मोटी परत है लेकिन फिर भी आइसक्वेक्स (Icequakes) आते हैं।
12. भूकंप की आवाज सुनाई दे सकती है: कुछ लोग भूकंप से पहले गड़गड़ाहट या धमाके जैसी आवाज सुनते हैं जो जमीन के अंदर चट्टानों के टूटने से पैदा होती है।
13. दुनिया का सबसे घातक भूकंप: 1556 में चीन के शानक्सी प्रांत में आए भूकंप में लगभग 8 लाख लोग मारे गए थे जो इतिहास का सबसे भयानक भूकंप था।
14. भूकंप से नदियाँ भी बदल जाती हैं: 1812 में अमेरिका के न्यू मैड्रिड भूकंप ने मिसिसिपी नदी की दिशा ही बदल दी थी!
15. भूकंप की रोशनी: कभी-कभी भूकंप से पहले या दौरान आसमान में रहस्यमय रोशनी दिखाई देती है, जिसे वैज्ञानिक अभी तक पूरी तरह नहीं समझ पाए हैं।
+ बोनस फैक्ट: भूकंप से बादल भी बनते हैं!
कुछ भूकंपों के बाद "अर्थक्वेक क्लाउड्स" दिखते हैं जो जमीन से निकलने वाली गैसों और धूल के कारण बनते हैं।

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