गोल्डन गेट ब्रिज: सैन फ्रांसिस्को का चमकता हुआ प्रतीक! Interesting Facts about Golden Gate Bridge

गोल्डन गेट ब्रिज के बारे में रोचक तथ्यों और इतिहास के बारे में। इस अमेरिकी प्रतीक की भव्यता और इसके निर्माण से जुड़ी कहानियों को जानिए।

गोल्डन गेट ब्रिज: सैन फ्रांसिस्को का चमक...

गोल्डन गेट ब्रिज: सैन फ्रांसिस्को का गौरवशाली द्वार

गोल्डन गेट ब्रिज, संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलिफोर्निया में सैन फ्रांसिस्को खाड़ी के मुहाने पर स्थित एक लटका हुआ पुल है। यह न केवल सैन फ्रांसिस्को शहर का, बल्कि पूरे विश्व का एक प्रसिद्ध स्थलचिन्ह है। इस आइकॉनिक पुल की चमकदार नारंगी रंगत और विशाल डिजाइन इसे दुनिया भर में पहचाना जाने वाला बनाती है। आइए, इस ब्लॉग में गोल्डन गेट ब्रिज के इतिहास, विशिष्टताओं और रोचक तथ्यों के बारे में जानें।

गोल्डन गेट ब्रिज का इतिहास

गोल्डन गेट ब्रिज का निर्माण 1933 में शुरू हुआ और 1937 में पूरा हुआ। इसे बनाने में चार साल का समय और उस समय के हिसाब से $35 मिलियन की भारी भरकम लागत लगी। इस पुल के निर्माण से पहले, सैन फ्रांसिस्को खाड़ी को पार करने के लिए फेरियां ही एकमात्र रास्ता थीं। पुल के बनने से शहर के उत्तरी भाग के विकास को गति मिली और सैन फ्रांसिस्को की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिला।

गोल्डन गेट ब्रिज की विशिष्टताएं

  • गोल्डन गेट ब्रिज की लंबाई: गोल्डन गेट ब्रिज की कुल लंबाई 2,737 मीटर (8,981 फीट) है।
  • गोल्डन गेट ब्रिज का रंग: दिलचस्प बात यह है कि पुल का रंग असल में "गोल्डन" नहीं है बल्कि एक चमकदार नारंगी रंग है। इस रंग को अंतर्राष्ट्रीय नारंगी या "इंटरनेशनल ऑरेंज" के नाम से जाना जाता है। इसे जंग के लिए प्रतिरोधी माना जाता है और कोहरे में भी इसकी दृश्यता अच्छी रहती है।
  • टावर: पुल के दो विशाल टावर पानी के ऊपर 227 मीटर (746 फीट) की ऊंचाई तक खड़े हैं।
  • गोल्डन गेट ब्रिज का डिजाइन: गोल्डन गेट ब्रिज एक सस्पेंशन ब्रिज है, जिसका मतलब है कि यह मुख्य रूप से ऊपर से लटकाए गए मजबूत तारों द्वारा समर्थित है।

गोल्डन गेट ब्रिज के बारे में रोचक तथ्य

गोल्डन गेट ब्रिज के नारंगी रंग का रहस्य: गोल्डन गेट का रंग दरअसल "गोल्डन" नहीं बल्कि एक चमकदार "इंटरनेशनल ऑरेंज" है। इसे चुनने के पीछे दो अहम कारण थे - पहला, जंग से सुरक्षा, और दूसरा, घने कोहरे में भी जहाजों को पुल की अच्छी तरह से दिखाई देना।
11 मिलियन से ज्यादा मेखलाएं! जी हां, इस विशाल पुल को बनाने में 11 मिलियन से भी ज्यादा मजबूत लोहे की कीलें (rivets) इस्तेमाल की गई थीं। सोचिए, इतनी सारी कीलों को ठोकने में कितना समय और मेहनत लगी होगी!
हवा और कोहरे से जंग: गोल्डन गेट ब्रिज को खासतौर पर तेज हवाओं और साल भर रहने वाले घने कोहरे को झेलने के लिए बनाया गया था। मगर ये दोनों ही चीजें इसके लिए चुनौती भी हैं। पुल की देखभाल के लिए हर रोज पेंटिंग का काम चलता रहता है!
पहला ऐसा, अनोखा डिजाइन: गोल्डन गेट ब्रिज बनाने में इस्तेमाल हुई तकनीक उस वक्त काफी नई थी। यह दुनिया का पहला ऐसा पुल था जिसे बनाने में घूमने वाले ड्रम मिक्सर ट्रकों का इस्तेमाल किया गया था, जो सीमेंट को अच्छी तरह मिलाने में मददगार होते हैं।
पदयात्रियों के लिए जन्नत गोल्डन गेट ब्रिज! कारों और बाइकों के साथ-साथ गोल्डन गेट ब्रिज पर पैदल चलने और साइकिल चलाने के लिए भी समर्पित रास्ते बने हुए हैं। यहां से सैन फ्रांसिस्को खाड़ी का नज़ारा वाकई अविस्मरणीय होता है।
गोल्डन गेट ब्रिज से आत्महत्या रोकथाम की पहल: दुर्भाग्य से, गोल्डन गेट ब्रिज दुनिया भर में आत्महत्या करने वालों के लिए एक कुख्यात स्थान रहा है। इसे रोकने के लिए पुल पर विशेष लाइफलाइन नेट लगाए गए हैं और गश्त भी बढ़ा दी गई है।
दुनिया का दूसरा! 20वीं सदी में बनीं दस सबसे महत्वपूर्ण इमारतों की लिस्ट में गोल्डन गेट ब्रिज को दूसरा स्थान दिया गया था। यह अपने आप में इस पुल के महत्व को दर्शाता है।
ब्रिज टू एवरीवेयर: गोल्डन गेट ब्रिज का एक अनोखा उपनाम है - "ब्रिज टू एवरीवेयर" (Bridge to Everywhere) यानी हर जगह जाने वाला पुल। यह इस बात का प्रतीक है कि इस पुल ने सैन फ्रांसिस्को को न सिर्फ भौगोलिक रूप से बल्कि आर्थिक रूप से भी नई संभावनाओं से जोड़ा।
जीवन रक्षक जाल: निर्माण के दौरान सुरक्षा एक बड़ी चिंता थी। जहाँ तक कहा जाता है, पुल के नीचे जाल लगाए गए थे जिन्होंने गिरने से 19 मजदूरों की जान बचाई थी।
गोल्डन गेट ब्रिज का छोटा भाई: गोल्डन गेट ब्रिज का एक "छोटा भाई" भी है! इसे "वर्राज़ानो-नैरो ब्रिज" (Verrazzano-Narrows Bridge) के नाम से जाना जाता है। यह न्यूयॉर्क शहर में स्थित है और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा सस्पेंशन ब्रिज है।
गोल्डन गेट ब्रिज का भूकंप रोधी डिजाइन: कैलिफोर्निया भूकंप प्रवण क्षेत्र है, इसीलिए गोल्डन गेट ब्रिज को लचीला बनाने के लिए एक खास डिजाइन दिया गया है। भूकंप के दौरान यह हिल सकता है लेकिन टूटेगा नहीं!
रात का जगमगाहट: सूरज ढलने के बाद गोल्डन गेट किसी जादुई द्वार की तरह जगमगा उठता है। इसे 25,000 से भी ज्यादा एलईडी लाइट्स से सजाया जाता है, जो इसे देखने वालों को मंत्रमुग्ध कर देता है।

ये रोचक तथ्य गोल्डन गेट ब्रिज के इतिहास और उसकी खासियतों को और रोमांचक बना देते हैं।

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