नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली

1. शहर का धनी

शहर का सबसे बड़ा व्यापारी रमेश था। उसने व्यापार में धोखाधड़ी कर लोगों से करोड़ों रुपये कमाए। लेकिन जब उसे उम्रदराज़ी में अपनी गलती का एहसास हुआ, तो वह धार्मिक अनुष्ठानों में शामिल हो गया और दान-पुण्य करने लगा। लोग अब कहने लगे, "नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली।"