चाय की खुशबू और मदद का फ़रिश्ता: दादी अमीना की कहानी! A Motivational Short Story in Hindi
दिल्ली की पुरानी गलियों में बसी एक छोटी सी चाय की दुकान और उसे चलाने वाली दादी अमीना की कहानी सिर्फ स्वादिष्ट चाय से कहीं ज्यादा है। यह कहानी है दयालुता, सहयोग और समाजसेवा की भावना की, जिसने ना सिर्फ लोगों की जिंदगी बदली बल्कि एक मजबूत समुदाय कायम किया।
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By
Akash Jyoti
Last Update
Dec 19, 2024
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चाय वाली दादी
दिल्ली की पुरानी गलियों में, एक छोटी सी चाय की दुकान थी। इसे चलाती थीं दादी अमीना। दादी अमीना कोई साधारण चाय वाली नहीं थीं। उनकी चाय की खुशबू ही दूर से लोगों को अपनी ओर खींच लेती थी। लेकिन उनकी दुकान सिर्फ चाय के लिए ही नहीं, बल्कि लोगों के लिए मेल-जोल का चौराहा भी बन गई थी.
सुबह के वक्त ऑफिस जाने वाले लोग दादी की चाय पीकर ही दिन की शुरुआत करते थे। शाम को दुकान पर ऑफिस की थकान मिटाने और गप्पे शॉप करने का सिलसिला चलता रहता था। दादी अमीना हर किसी की कहानी सुनती थीं, उनकी परेशानियों में हिम्मत देती थीं और खुशियों में उनके साथ हंसती थीं।

