दादी माँ की कहानियाँ

अनमोल एक जिज्ञासु बच्चा था। उसे कहानियाँ सुनना बहुत पसंद था। एक शाम, जब सूरज ढल रहा था, अनमोल अपनी दादी माँ के पास बैठा हुआ था। दादी माँ की झुर्रियों से भरा चेहरा अनगिनत कहानियों को समेटे हुए था।

"दादी माँ, आज मुझे कोई कहानी सुनाओ," अनमोल ने आग्रह किया।