रन मशीन से किंग कोहली: विराट कोहली का क्रिकेट का सफर! Virat Kohli Biography in Hindi
रनों की बारिश करने वाले बल्लेबाज, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान, युवाओं के लिए प्रेरणा और ब्रांड जगत का चमकता सितारा - विराट कोहली क्रिकेट से कहीं परे एक पहचान बन चुके हैं। आइए, आज उनके क्रिकेट के सफर पर एक नजर डालते हैं।

जीवनी Last Update Wed, 18 December 2024, Author Profile Share via
प्रारंभिक जीवन और क्रिकेट की शुरुआत:
1988 में दिल्ली में जन्मे विराट कोहली का बचपन से ही क्रिकेट के प्रति जुनून था। मात्र तीन साल की उम्र से ही उन्होंने बल्ला थाम लिया और अपने पिता को गेंदबाजी करने के लिए कहते थे। उनकी प्रतिभा को देखते हुए उनके पिता ने उन्हें कोचिंग दिलाई और उनका कौशल निखरता गया।
युवा क्रिकेटर से राष्ट्रीय टीम तक का सफर:
विराट ने अपने घरेलू क्रिकेट करियर में शानदार प्रदर्शन किया और 2008 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे मैच से उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। लगातार शानदार प्रदर्शन के दम पर उन्होंने खुद को भारतीय टीम में स्थापित किया और 2011 वर्ल्ड कप जीत में अहम भूमिका निभाई।
रनों की मशीन और कप्तानी का दबदबा:
विराट कोहली को "रन मशीन" के नाम से जाना जाता है। उन्होंने कई शानदार रिकॉर्ड बनाए हैं, जिनमें टेस्ट और वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 10,000, 11,000 और 12,000 रन बनाने का रिकॉर्ड शामिल है। उन्होंने 2014 से 2019 तक भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी भी संभाली और टीम को कई यादगार जीत दिलाई।
विवादों और आलोचनाओं से सामना:
विराट कोहली के करियर में विवाद और आलोचनाएँ भी रहीं। उनके कुछ व्यवहार को लेकर उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। हालांकि, उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से हर बार वापसी की और शानदार प्रदर्शन के साथ जवाब दिया।
क्रिकेट से परे विराट कोहली:
विराट कोहली सिर्फ एक क्रिकेटर ही नहीं बल्कि एक ब्रांड भी हैं। वह कई ब्रांड्स के साथ जुड़े हुए हैं और सोशल मीडिया पर उनकी जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। उन्होंने अनुष्का शर्मा से शादी की है, जो बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री हैं।
कप्तानी का दबदबा और विरासत:
विराट कोहली ने 2014 में एमएस धोनी के बाद भारतीय क्रिकेट टीम की कमान संभाली। उनकी कप्तानी में, टीम ने टेस्ट क्रिकेट में नंबर 1 रैंक हासिल की और कई यादगार जीत हासिल की।
- उन्होंने 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने का इतिहास रचाया।
- 2019 वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल तक पहुंचने में अहम भूमिका निभाई।
- टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया को उनकी ही धरती पर लगातार दो बार सीरीज जीतने का कारनामा किया।
उनकी कप्तानी शैली को आक्रामक और जुनूनी माना जाता है। उन्होंने युवा खिलाड़ियों को मौका दिया और उन्हें निखारा। हालांकि, 2019 वर्ल्ड कप के बाद उन्होंने टेस्ट टीम की कप्तानी और 2022 में वनडे और टी20 टीम की कप्तानी भी छोड़ दी।
भविष्य की संभावनाएं:
हालांकि विरात कोहली ने कप्तानी छोड़ दी है, लेकिन उनका क्रिकेट का सफर अभी खत्म नहीं हुआ है। वह बल्लेबाज के रूप में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अहम भूमिका निभा रहे हैं।
- उन्होंने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया और 200 रनों की शानदार पारी खेली।
- वह फिटनेस के मामले में भी सबसे आगे रहते हैं और युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बने हुए हैं।
विरात कोहली निश्चित रूप से क्रिकेट इतिहास में अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखवा चुके हैं। उनके रिकॉर्ड्स, जुनून और खेल भावना आने वाले क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बने रहेंगे। यह कहना गलत नहीं होगा कि क्रिकेट का सफर "रन मशीन" से शुरू होकर "किंग कोहली" के रूप में एक अलग मुकाम पर पहुंच चुका है।
विराट कोहली का क्रिकेट जगत से परे भी प्रभाव है। उन्होंने सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय भूमिका निभाई है।
- वह "विराट कोहली फाउंडेशन" के संस्थापक हैं, जो बच्चों के कल्याण और शिक्षा के लिए काम करता है।
- उन्होंने अनुष्का शर्मा के साथ मिलकर "पोस्ट फॉर पीस" अभियान भी चलाया, जिसका उद्देश्य सांप्रदायिक सद्भाव और शांति का संदेश देना था।
विराट कोहली न सिर्फ एक महान क्रिकेटर हैं, बल्कि एक सफल ब्रांड और समाजसेवी भी हैं। उनका जीवन युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो उन्हें न केवल क्रिकेट के मैदान पर, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित करता है।
हालाँकि कोहली के सामने आने वाले समय में कई चुनौतियाँ होंगी, जैसे फॉर्म में उतार-चढ़ाव और युवा खिलाड़ियों का दबाव। लेकिन, उनके जुनून और दृढ़ संकल्प को देखते हुए, यह कहना निश्चित है कि वह इन चुनौतियों का भी सामना डटकर करेंगे और भविष्य में भी क्रिकेट जगत में अपना जलवा बिखेरते रहेंगे।
रन मशीन से किंग कोहली: विराट कोहली का क्रिकेट का सफर
विराट कोहली के बारे में बात करते हुए, कुछ अनोखे तथ्यों को जानना भी रोचक होगा:
लकी नंबर 18: उनका लकी नंबर 18 माना जाता है। यही कारण है कि उनकी जर्सी पर हमेशा 18 नंबर लिखा होता है।
विज्ञापनों के बादशाह: विराट कोहली भारत के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले एथलीटों में से एक हैं। वह कई बड़े ब्रांड्स के विज्ञापन में नजर आते हैं, जिसने उन्हें खेल जगत के सबसे बड़े ब्रांडों में से एक बना दिया है।
अनुष्का के प्रेरक साथी: विराट कोहली ने 2014 में बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा से शादी की। अनुष्का न केवल उनकी पत्नी हैं, बल्कि उनकी सबसे बड़ी समर्थक भी हैं। उन्होंने कई बार सार्वजनिक रूप से विराट की तारीफ की है और उनके मुश्किल समय में उनका साथ दिया है।
सोशल मीडिया पर धमाल: विराट कोहली सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं। उनके इंस्टाग्राम पर 230 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं, जो उन्हें भारत के सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले हस्तियों में से एक बनाता है।
कोहली कैफे: विराट कोहली ने मुंबई और दिल्ली में "कोहली कैफे" नाम का एक रेस्टोरेंट खोला है, जहां उनके प्रशंसक उनके पसंदीदा भोजन का आनंद ले सकते हैं।
विराट कोहली क्रिकेट जगत से कहीं ज्यादा हैं। वह एक प्रेरणा, एक सफल ब्रांड और एक समाजसेवी हैं। उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि कड़ी मेहनत, जुनून और दृढ़ संकल्प से कोई भी व्यक्ति अपने सपनों को पूरा कर सकता है।
विराट कोहली: रनों का सिलसिला और शानदार उपलब्धियों का शतक
विराट कोहली क्रिकेट के मैदान पर रनों की बरसात करने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन उनकी उपलब्धियों का सिलसिला सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। आइए, एक नजर डालते हैं उनके कुछ प्रमुख उपलब्धियों पर, जिन्होंने उन्हें क्रिकेट जगत का सिरमौर बना दिया है:
1. रनों का तूफान:
- विराट कोहली दुनिया के सबसे तेज बल्लेबाजों में से एक हैं। उन्होंने टेस्ट और वनडे क्रिकेट में सबसे कम मैचों में 10,000, 11,000 और 12,000 रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कराया है।
- वह एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट, वनडे और टी20 क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक (70) लगाए हैं।
- उन्होंने तीनों फॉर्मेटों में कप्तान के रूप में भी शतक लगाने का कारनामा किया है।
2. कप्तानी का दमदार प्रदर्शन:
- विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम टेस्ट क्रिकेट में नंबर 1 की रैंक पर पहुंची।
- उन्होंने 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी जीत का इतिहास रचाया और 2019 वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल तक टीम का नेतृत्व किया।
- टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को उनकी ही धरती पर लगातार दो बार सीरीज जीतने का रिकॉर्ड बनाया।
3. व्यक्तिगत पुरस्कारों की झमाझट:
- विराट कोहली को तीन बार आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर (2011, 2012, 2018) और दो बार सर गारफील्ड सोबर्स अवार्ड (2014, 2017) से सम्मानित किया गया है।
- उन्हें 2017 में पद्म श्री, भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भी मिला।
4. मैदान के बाहर भी चमक:
- विराट कोहली सबसे ज्यादा कमाई करने वाले भारतीय एथलीटों में से एक हैं और कई बड़े ब्रांड्स के साथ जुड़े हुए हैं।
- उन्होंने समाज सेवा के क्षेत्र में भी योगदान दिया है और "विराट कोहली फाउंडेशन" के संस्थापक हैं जो बच्चों के कल्याण और शिक्षा के लिए काम करता है।
विराट कोहली की ये उपलब्धियां उनकी कड़ी मेहनत, जुनून और लगातार सीखने की इच्छा का नतीजा हैं। वह युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं और क्रिकेट के मैदान पर उनका जलवा आने वाले समय में भी जारी रहने की उम्मीद है।
विराट कोहली: चमकते हीरे को तराशने का सफर
विराट कोहली आज क्रिकेट जगत का एक चमकता सितारा हैं, लेकिन उनकी सफलता के पीछे संघर्षों का एक लंबा सफर भी छिपा है। आइए, उनकी कुछ चुनौतियों पर एक नज़र डालें, जिन्होंने उन्हें और भी मजबूत बनाया:
1. पिता का निधन: 18 साल की उम्र में विराट कोहली को अपने पिता के निधन का गहरा सदमा लगा। यह उनके लिए एक भावनात्मक रूप से कठिन दौर था।
2. प्रारंभिक संघर्ष: घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद, उन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। उन्हें चयन के लिए लगातार अनदेखा किया जाता था, जिससे उनकी हार नहीं मानी और उन्होंने अपनी मेहनत जारी रखी।
3. फॉर्म में उतार-चढ़ाव: हर महान खिलाड़ी की तरह, विराट कोहली भी फॉर्म में उतार-चढ़ाव का सामना करते हैं। 2014 और 2017 के बीच उन्हें इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट में लगातार खराब प्रदर्शन का सामना करना पड़ा। इस दौरान उन्होंने आलोचकों का भी सामना किया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और खुद को साबित किया।
4. कप्तानी का दबाव: भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी एक बड़ी जिम्मेदारी है और इसमें निश्चित रूप से दबाव होता है। कोहली को भी कप्तानी के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें 2019 वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल में हार भी शामिल है।
5. 2023 का फॉर्म गिरावट: हाल ही में, 2023 में, कोहली को खराब फॉर्म से जूझना पड़ा, जिसके चलते उन्हें टेस्ट उप-कप्तानी से हटा दिया गया और कुछ मैचों से बाहर कर दिया गया।
इन सभी संघर्षों के बावजूद, विराट कोहली ने हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी कमियों पर काम किया, मानसिक दृढ़ता दिखाई और खुद को साबित किया। यह उनके जुनून और दृढ़ संकल्प का ही परिणाम है कि वह आज क्रिकेट जगत में एक शानदार खिलाड़ी के रूप में जाने जाते हैं। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि सफलता के रास्ते में चुनौतियां आती रहती हैं, लेकिन कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से कोई भी व्यक्ति उन्हें पार कर सकता है।
विराट कोहली के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. विराट कोहली का जन्म कब और कहां हुआ था ?
- विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली, भारत में हुआ था।
2. विराट कोहली ने क्रिकेट खेलना कब शुरू किया ?
- विराट कोहली को बचपन से ही क्रिकेट का शौक था। मात्र 9 साल की उम्र में वो पश्चिम क्रिकेट अकादमी में शामिल हो गए थे।
3. विराट कोहली को किस फॉर्मेट में सबसे सफल बल्लेबाज माना जाता है ?
- विराट कोहली को सभी फॉर्मेट टेस्ट, वनडे और टी20 में एक सफल बल्लेबाज माना जाता है। हालांकि, उन्हें सीमित ओवरों के क्रिकेट में उनका आक्रामक बल्लेबाजी का अंदाज़ के लिए ज्यादा जाना जाता है।
4. विराट कोहली ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए कब डेब्यू किया ?
- विराट कोहली ने साल 2008 में श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय मैच में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए डेब्यू किया था।
5. विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम ने कौन सी बड़ी उपलब्धि हासिल की ?
- विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम ने टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 स्थान हासिल किया था। साथ ही, उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी 2013 में भारत को जीत भी दिलाई थी।