आ बैल मुझे मार: गलतियों से न सीखने की मजेदार कहानियाँ! Aa Bail Mujhe Maar लघु कथाएँ
इस लेख में "आ बैल मुझे मार" की कहावत को समझाते हुए मजेदार और व्यावहारिक उदाहरण दिए गए हैं। यह कहानियाँ उन स्थितियों पर आधारित हैं जब लोग समस्याओं को खुद आमंत्रित करते हैं।

कहानियाँ Last Update Thu, 13 February 2025, Author Profile Share via
आ बैल मुझे मार: लघु कथाएँ
1. "घर में ही इतने काम पड़े हैं, चलो दोस्त के घर मदद करने चलते हैं। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: रमेश का घर बिखरा पड़ा था, फिर भी वह अपने दोस्त की मदद के लिए निकल पड़ा। नतीजतन, घर में भी नाराजगी और दोस्त से भी मदद नहीं मिली।
2. "परिवार का खर्च चलाना मुश्किल है, फिर भी नई कार लेने की सोच रहा हूँ। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: संजय की आमदनी कम थी, खर्चे बढ़ रहे थे। फिर भी उसने कार खरीदने की ठान ली, जिससे और भी कर्ज बढ़ गया और उसे बाद में पछताना पड़ा।
3. "पहले ही बॉस से बहस हो चुकी है, चलो फिर से उसी विषय पर बात करते हैं। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: मोहन की बॉस से पहले बहस हो चुकी थी। पर वो फिर से उसी मुद्दे पर बहस करने चला गया, जिससे उसकी नौकरी खतरे में पड़ गई।
4. "पेपर में फेल होने का डर है, फिर भी पढ़ाई छोड़कर पार्टी करने जा रहा हूँ। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: परीक्षा नजदीक थी, लेकिन राकेश दोस्तों के साथ पार्टी में चला गया। नतीजा यह हुआ कि वह परीक्षा में फेल हो गया और उसे साल भर पछताना पड़ा।
5. "ट्रैफिक चालान कट चुका है, फिर से बिना हेलमेट के बाइक चलाने निकल पड़ा। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: दीपक का पहले ही चालान कट चुका था, फिर भी उसने बिना हेलमेट के बाइक चलाने का जोखिम उठाया। पुलिस ने फिर से चालान काट दिया, जिससे उसकी परेशानी बढ़ गई।
6. "बिजली का बिल भरना भूल गया, अब नया टीवी खरीदने जा रहा हूँ। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: रितेश का बिजली बिल पहले ही ड्यू था। पर उसने नया टीवी खरीदने का निर्णय लिया, जिससे घर की आर्थिक स्थिति और खराब हो गई।
7. "मकान का किराया देना है, फिर भी महंगे कपड़े खरीद रहा हूँ। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: विजय को मकान का किराया देना था, फिर भी उसने महंगे कपड़े खरीद लिए, जिससे किराया समय पर न दे पाने के कारण मकान मालिक ने उसे तंग किया।
8. "ऑफिस में काम पहले ही देरी से चल रहा है, फिर भी नई जिम्मेदारी लेने जा रहा हूँ। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: अनिल पहले ही काम में देरी कर रहा था, फिर भी उसने नई जिम्मेदारी लेने का फैसला किया, जिससे उसके ऊपर और भी दबाव बढ़ गया।
9. "गर्मी से परेशान हूँ, फिर भी एयर कंडीशनर चलाने से मना कर रहा हूँ। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: श्याम को भयंकर गर्मी लगी हुई थी, पर वह बिजली की बचत के नाम पर एसी चलाने से मना कर रहा था। बाद में उसकी तबियत खराब हो गई और उसे अस्पताल जाना पड़ा।
10. "कर्ज में डूबा हुआ हूँ, फिर भी नई गाड़ी खरीदने की सोच रहा हूँ। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: राजेश कर्ज में था, लेकिन उसने नई गाड़ी खरीदने का फैसला किया। कर्ज बढ़ता गया और उसकी गाड़ी के साथ-साथ आर्थिक स्थिति भी खराब हो गई।
11. "स्कूल में टीचर ने डांटा है, फिर भी मैं वही गलती दोहराने जा रहा हूँ। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: टीचर से डांट खाने के बावजूद राहुल ने वही गलती फिर से की, जिसके कारण उसे स्कूल से सस्पेंड कर दिया गया।
12. "डॉक्टर ने मीठा खाने से मना किया है, फिर भी मिठाई खा रहा हूँ। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: रमण को डायबिटीज थी, डॉक्टर की चेतावनी के बावजूद वह मिठाई खाता रहा और उसकी हालत बिगड़ गई।
13. "पत्नी पहले ही नाराज है, फिर भी देर रात घर लौटने की सोच रहा हूँ। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: मोहन की पत्नी पहले से नाराज थी, फिर भी वह देर रात दोस्तों के साथ बाहर घूमने चला गया। घर लौटते ही उसे और ज्यादा गुस्से का सामना करना पड़ा।
14. "दोस्तों के साथ पहले ही झगड़ा हो चुका है, फिर भी उन्हीं से बहस कर रहा हूँ। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: राम और उसके दोस्तों के बीच पहले ही झगड़ा हुआ था, लेकिन राम ने फिर से बहस शुरू कर दी, जिससे दोस्ती टूट गई।
15. "नया बिज़नेस घाटे में चल रहा है, फिर भी दूसरा बिज़नेस शुरू करने की सोच रहा हूँ। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: राकेश का पहला बिज़नेस घाटे में था, फिर भी उसने नया बिज़नेस शुरू किया, जिससे उसकी समस्याएँ और बढ़ गईं।
16. "मेरा काम नहीं हो रहा, फिर भी दूसरों के झगड़े में पड़ रहा हूँ। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: सुरेश का खुद का काम अधूरा था, फिर भी वह दूसरों के झगड़े में पड़ गया। बाद में उसे अपने काम में भी नुकसान हुआ और झगड़े में भी।
17. "ऑफिस में काम का प्रेशर है, फिर भी गैर-जरूरी छुट्टी लेने का प्लान कर रहा हूँ। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: सुमित के ऊपर काम का भारी प्रेशर था, फिर भी उसने छुट्टी लेने का फैसला किया। बाद में ऑफिस में उसकी गैरहाजिरी से समस्याएँ बढ़ गईं।
18. "तंगहाली में जी रहा हूँ, फिर भी महंगी चीज़ों की खरीदारी करने की सोच रहा हूँ। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: अरुण आर्थिक तंगी में था, फिर भी उसने महंगे गैजेट्स खरीद लिए, जिससे उसकी आर्थिक स्थिति और खराब हो गई।
19. "दोस्तों ने पहले ही धोखा दिया है, फिर भी उन्हीं से दोस्ती निभा रहा हूँ। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: विकास को उसके दोस्तों ने धोखा दिया था, फिर भी उसने उन्हीं दोस्तों के साथ फिर से दोस्ती की और फिर से उसे धोखा मिला।
20. "बॉस ने टाइम पर काम खत्म करने का कहा है, फिर भी मैं देरी कर रहा हूँ। आ बैल मुझे मार!"
कहानी: बॉस ने चेतावनी दी थी कि काम समय पर खत्म करना है, फिर भी नीरज ने समय पर काम नहीं किया और उसे बुरी तरह फटकार मिली।
इन कथाओं में "आ बैल मुझे मार" का तात्पर्य यह है कि व्यक्ति जानबूझकर अपनी गलतियों से सबक नहीं लेता और खुद को और बड़ी मुश्किल में डालता है।