हरिद्वार के अनोखे तथ्य और अनछुई कहानियाँ! Unveiling the Unique Facts of Haridwar

हरिद्वार का नाम सुनते ही मन में पवित्र गंगा, भव्य मंदिरों और श्रद्धालुओं की भीड़ का नजारा उभर आता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस पवित्र नगरी से जुड़े कई अनोखे तथ्य भी हैं?

हरिद्वार के अनोखे तथ्य और अनछुई कहानियाँ...

1. गंगद्वार का गौरव हरिद्वार

हरिद्वार को गंगद्वार भी कहा जाता है. यह वही स्थान है जहाँ से होकर पवित्र गंगा मैदानी इलाकों में प्रवेश करती है. इसलिए, हरिद्वार को मोक्ष की प्राप्ति के लिए पवित्र स्नान करने का एक महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है।

2. हरिद्वार सप्त पुरियों में से एक

हिंदू धर्म में हरिद्वार को सप्त पुरियों में से एक माना जाता है। ये सात पवित्र नगर हैं, जहाँ तीर्थयात्रा करना सौभाग्य का सूचक माना जाता है।

3. तीन देवताओं का वास हरिद्वार

हरिद्वार को यह गौरव प्राप्त है कि यहां तीन प्रमुख देवताओं - ब्रह्मा, विष्णु और महेश (शिव) का वास माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इन तीनों देवताओं की उपस्थिति ने हरिद्वार को और भी पवित्र बना दिया है।

4. हरिद्वार अमृत की बूंदें गिरीं थीं यहीं

पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान अमृत की कुछ बूंदें पृथ्वी पर चार स्थानों पर गिरी थीं। इन चार स्थानों में से एक हरिद्वार का हर की पौड़ी है। इसी वजह से हरिद्वार में कुंभ मेला का आयोजन किया जाता है, जो हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है।

5. कनखल - सती का स्थान

हरिद्वार से लगभग 3.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कनखल का प्राचीन इतिहास है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, यही वह स्थान है जहाँ राजा दक्ष ने अपना यज्ञ किया था और सती ने अपने पति शिव का अपमान करने के कारण उसी यज्ञ में आत्मदाह कर लिया था।

6. ऋषि-मुनियों की तपोभूमि हरिद्वार

हरिद्वार को ऋषि-मुनियों की तपोभूमि के रूप में भी जाना जाता है। कहा जाता है कि सप्तऋषियों, कपिल मुनि और विश्वामित्र जैसे महान ऋषियों ने यहीं कठोर तपस्या की थी।

7. भगवान राम के भाई लक्ष्मण का चरण स्पर्श

ऐसा माना जाता है कि जब भगवान राम वनवास के दौरान हरिद्वार से गुजरे थे, तो उनके भाई लक्ष्मण ने गंगा नदी को पार करने के लिए जूट की रस्सियों का सहारा लिया था। उसी स्थान को आज लक्ष्मण झूला के नाम से जाना जाता है।

8. योग साधना का केंद्र हरिद्वार

हरिद्वार न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह योग साधना का भी एक प्रमुख केंद्र है। यहां कई आश्रम और योग केंद्र हैं, जो आध्यात्मिक विकास और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योग का अभ्यास कराते हैं।

9. मोक्ष प्रदान करने वाली नगरी हरिद्वार

हरिद्वार को मोक्ष प्रदान करने वाली नगरी के रूप में जाना जाता है। यहां गंगा में स्नान करना और धार्मिक अनुष्ठान करना मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करने वाला माना जाता है।

10. हरिद्वार हर की पौड़ी का रहस्य

हर की पौड़ी, हरिद्वार का सबसे प्रसिद्ध घाट है। मजेदार बात यह है कि हर की पौड़ी को लेकर एक रहस्य भी है। मान्यता है कि यहां भगवान विष्णु के चरण चिन्ह हैं। कहा जाता है कि जब राजा भगीरथ गंगा को धरती पर लाने के लिए तपस्या कर रहे थे, तब भगवान विष्णु ने अपने चरण से पृथ्वी को दबाया था, जिससे गंगा को मार्ग मिला। हालांकि, वैज्ञानिक रूप से इस बात के कोई प्रमाण नहीं मिलते हैं।

हर की पौड़ी की शाम की आरती देशभर में प्रसिद्ध है। आरती के दौरान दीपों की जगमगाहट और भक्तिमय वातावरण देखने लायक होता है।

हरिद्वार की अनछुई कहानियाँ

हरिद्वार के बारे में तो आपने बहुत कुछ पढ़ा, लेकिन क्या आप जानते हैं इस पवित्र नगरी से जुड़ी कुछ अनछुई कहानियां भी हैं? आइए, आज हम हरिद्वार की यात्रा को थोड़ा और गहरा करें और इन अनोखे किस्सों को जानें-

1. गंगा आरती का उद्गम

हर की पौड़ी की शाम की आरती देशभर में प्रसिद्ध है, लेकिन क्या आप जानते हैं इसकी शुरुआत कैसे हुई? मान्यता है कि 17वीं शताब्दी में रानी अहिल्याबाई होल्कर ने हरिद्वार आकर गंगा नदी की आरती करने की परंपरा शुरू की थी। तभी से यह परंपरा निरंतर चली आ रही है।

2. दक्षिणेश्वर महादेव मंदिर का रहस्य

हरिद्वार में कई प्राचीन मंदिर हैं, जिनमें से एक है दक्षिणेश्वर महादेव मंदिर। इस मंदिर से जुड़ी एक रोचक कहानी है। कहा जाता है कि इस मंदिर का शिवलिंग स्वयंभू रूप से प्रकट हुआ था। साथ ही, मान्यता है कि इस शिवलिंग के दर्शन मात्र से ही व्यक्ति के पापों का नाश हो जाता है।

3. मनसा देवी मंदिर की मान्यता

मनसा देवी मंदिर हरिद्वार के प्रमुख मंदिरों में से एक है। इस मंदिर में माता मनसा देवी की पूजा की जाती है, जिन्हें सर्पों की देवी माना जाता है। मान्यता है कि माता मनसा देवी की पूजा करने से सर्पदंश से रक्षा होती है। साथ ही, मनोवांछा पूर्ति के लिए भी श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं।

4. कनखल का आयुर्वेदिक केंद्र

कनखल न सिर्फ पौराणिक महत्व का स्थान है, बल्कि यह आयुर्वेदिक चिकित्सा का भी केंद्र माना जाता है। यहां कई आयुर्वेदिक औषधालय और चिकित्सालय हैं। इन केंद्रों पर जड़ी-बूटियों और प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों से इलाज किया जाता है।

5. हरिद्वार का प्रसिद्ध स्ट्रीट फूड

हरिद्वार की यात्रा अधूरी है बिना उसके लजीज स्ट्रीट फूड के. यहां आपको पूड़ी-सब्जी, कचोरी, आलू चाट, पंजबी समोसा जैसी कई स्वादिष्ट चीजें मिलती हैं। साथ ही, गंगा जल में बनाई हुई चाय का स्वाद भी आप यहां ले सकते हैं।

6. हरिद्वार की साहसिक गतिविधियाँ

हरिद्वार सिर्फ धार्मिक स्थल ही नहीं है, बल्कि साहसिक गतिविधियों के लिए भी जाना जाता है। यहां आप रिवर राफ्टिंग, बंजी जंपिंग और कयाकिंग जैसी रोमांचक गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं। ये गतिविधियां खासकर युवाओं को बहुत पसंद आती हैं।

7. हरिद्वार की साहित्यिक विरासत

हरिद्वार की अपनी एक समृद्ध साहित्यिक विरासत भी है। कई प्रसिद्ध कवियों और लेखकों ने अपने लेखन में हरिद्वार का वर्णन किया है। उदाहरण के लिए, स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी जैसे महान विभूतियों ने भी हरिद्वार का उल्लेख किया है।

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