रहस्य, रोमांच और अनंत संभावनाओं का सफर! अंतरिक्ष (Space) के अनोखे और रोचक तथ्य
जानिए अंतरिक्ष से जुड़े हैरान कर देने वाले रोचक तथ्य जो आपके ज्ञान को बढ़ाएंगे और ब्रह्मांड की रहस्यमय दुनिया से कराएंगे रूबरू।

रोचक तथ्य Last Update Sun, 22 June 2025, Author Profile Share via
अंतरिक्ष: अनंत का पर्याय, रहस्यों का खजाना अद्भुत तथ्य
अंतरिक्ष पूरी तरह से शांत नहीं है! वहां पर वैक्यूम की वजह से तो भले ही ध्वनि तरंगें यात्रा न कर पाएं, लेकिन तारों और विभिन्न अंतरिक्षीय पिंडों से निकलने वाली ऊर्जा तरंगें मौजूद रहती हैं। इन्हें हम विशेष उपकरणों से महसूस कर सकते हैं।
अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में एक दिन में 16 बार सूर्योदय और सूर्यास्त देख सकते हैं! ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि अंतरिक्ष स्टेशन पृथ्वी की परिक्रमा बहुत तेजी से करता है।
बृहस्पति के वातावरण में एक विशाल तूफान है, जिसे ग्रेट रेड स्पॉट (Great Red Spot) के नाम से जाना जाता है। यह तूफान पृथ्वी से भी बड़ा है और सैकड़ों वर्षों से लगातार चल रहा है!
बुध ग्रह सूर्य के सबसे निकट का ग्रह है, लेकिन शुक्र का तापमान बुध ग्रह से भी अधिक है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि शुक्र के वायुमंडल में मौजूद ग्रीनहाउस गैस गर्मी को फंसा लेते हैं।
अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में तैरते हुए भोजन नहीं खा सकते! गुरुत्वाकर्षण न होने के कारण तरल पदार्थ बिखर जाते हैं, इसलिए अंतरिक्ष यात्री विशेष रूप से तैयार किए गए खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, जो पैकेटों में बंद होते हैं और जिन्हें पानी मिलाकर गाढ़ा बनाया जाता है।
आप अंतरिक्ष में कभी रो नहीं सकते! अश्रु ग्रंथियां तो आंसू पैदा कर सकती हैं, लेकिन गुरुत्वाकर्षण न होने के कारण वे आंखों से बाहर नहीं निकल पाएंगे। अंतरिक्ष यात्रियों की आंखों में ही वाष्पित हो जाएंगे।
ब्रह्मांड इतना विशाल है कि वैज्ञानिकों ने अभी तक इसके आकार का पता लगाने में भी सफलता नहीं हासिल की है। हम केवल इतना जानते हैं कि यह देखने योग्य ब्रह्मांड का व्यास लगभग 93 अरब प्रकाश-वर्ष है।
हमारे सौरमंडल में कुछ चंद्रमा ज्वालामुखी गतिविधि प्रदर्शित करते हैं। उदाहरण के लिए, बृहस्पति का चंद्रमा "आयो" (Io) सौरमंडल का सबसे अधिक ज्वालामुखी गतिविधि वाला पिंड है।
अंतरिक्ष यात्रियों के अनुसार, अंतरिक्ष से पृथ्वी का नजारा नीले रंग का संगमरमर जैसा दिखाई देता है। इसे "ब्लू मार्बल" (Blue Marble) के नाम से भी जाना जाता है।
अंतरिक्ष के अनोखे और रोचक तथ्य
अंतरिक्ष, अपने रहस्यों और अजूबों के लिए जाना जाता है। आज हम इसी अनंत विस्तार की रोमांचक यात्रा पर निकलेंगे और कुछ अनोखे व दिलचस्प तथ्यों को जानेंगे:
1. अंतरिक्ष में बारिश नहीं होती! वहां पर तरल पदार्थ मौजूद नहीं रह पाते, क्योंकि गुरुत्वाकर्षण उन्हें वाष्पित कर देता है। हालांकि, बृहस्पति जैसे गैसीय ग्रहों पर हाइड्रोजन हीलियम के रूप में "बारिश" हो सकती है, लेकिन यह हमारी धरती पर होने वाली बारिश से बिल्कुल अलग होती है।
2. शुक्र ग्रह सूर्य के सबसे करीब है, पर सबसे गर्म नहीं! बुध ग्रह, सूर्य से सबसे दूर होने के बावजूद, सौरमंडल का सबसे गर्म ग्रह है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि बुध के पास वायुमंडल ना के बराबर है, जो गर्मी को ट्रैप नहीं कर पाता। वहीं, शुक्र का घना वायुमंडल ग्रीनहाउस प्रभाव पैदा कर तापमान को बढ़ा देता है।
3. एक न्यूट्रॉन तारे का एक चम्मच पदार्थ का वजन पृथ्वी के पूरे द्रव्यमान के बराबर होता है! न्यूट्रॉन तारे अविश्वसनीय रूप से घने होते हैं, क्योंकि इनमें तारों के मरने के बाद पदार्थ बेहद संकुचित हो जाता है।
4. मंगल ग्रह पर सूर्योदय और सूर्यास्त पृथ्वी के जैसा ही दिखाई देता है! हालांकि, मंगल दिवस (एक दिन) पृथ्वी दिवस से लगभग दोगुना लंबा होता है।
5. ब्रह्मांड लगातार फैल रहा है! वैज्ञानिकों का मानना है कि बिग बैंग के बाद से ब्रह्मांड का विस्तार हो रहा है, और यह दर लगातार बढ़ रही है।
6. अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में ऊंचाई नहीं कूद सकते! गुरुत्वाकर्षण के अभाव में कोई ऊपर की ओर बल नहीं लगा पाता, इसलिए ऊंचाई कूदना असंभव है।
7. पृथ्वी के ध्रुवों पर आकाशगंगा का केंद्र दिखाई देता है! उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों से दूरबीन से देखने पर आकाशगंगा एक चमकदार पट्टी के रूप में नजर आती है।
8. चंद्रमा पर पृथ्वी की तुलना में कम गुरुत्वाकर्षण होता है। इसलिए, चंद्रमा पर चलना पृथ्वी पर चलने से काफी आसान लगता है। वहां आप ऊंची छलांग लगा सकते हैं और वस्तुएं धीमी गति से गिरती हैं।
9. कुछ ग्रहों के अपने छल्ले होते हैं! शनि ग्रह अपने विशाल और खूबसूरत छल्लों के लिए जाना जाता है, लेकिन यूरेनस, नेपच्यून और यहां तक कि बृहस्पति के भी बेहोश छल्ले हैं।
10. अंतरिक्ष अन्वेषण न केवल ब्रह्मांड को समझने में मदद करता है, बल्कि पृथ्वी पर हमारे जीवन को भी बेहतर बनाता है। जीपीएस, मौसम पूर्वानुमान और मेडिकल इमेजिंग जैसी कई तकनीकें अंतरिक्ष कार्यक्रमों से ही विकसित हुई हैं।