घर का भेदी लंका ढाए मुहावरे पर आधारित 10+ अनोखी कहानियाँ (लघु कथाएँ)

इस लेख में "घर का भेदी लंका ढाए" मुहावरे पर आधारित अनोखी और दिलचस्प कहानियों का संग्रह प्रस्तुत किया गया है। प्रत्येक कहानी इस मुहावरे की गहराई को उजागर करती है।

घर का भेदी लंका ढाए मुहावरे पर आधारित 10...

घर का भेदी लंका ढाए मुहावरे पर आधारित अनोखी कहानियाँ

"घर का भेदी लंका ढाए" का मतलब है कि घर के अंदर का व्यक्ति या अपने ही आदमी, किसी भी योजना, संगठन या परिवार को अंदर से ही नुकसान पहुंचा सकता है। इस मुहावरे पर आधारित अनोखी कहानियाँ निम्नलिखित हैं:

1. विश्वासघात का पर्दाफाश

रमेश के घर में सब कुछ सही चल रहा था। वह व्यापार में उन्नति कर रहा था। लेकिन उसे समझ नहीं आ रहा था कि उसके बिजनेस प्लान्स बार-बार लीक हो रहे हैं। एक दिन उसने पता किया कि उसके ही छोटे भाई ने प्रतिद्वंद्वी कंपनी से हाथ मिलाया है। रमेश ने तुरंत उसे अपने जीवन से बाहर कर दिया, लेकिन घर का भेदी लंका ढाह चुका था।

2. आंतरिक राजनीति

राज्यसभा के चुनावों में राजा को हर बार हार का सामना करना पड़ रहा था। उसे समझ नहीं आ रहा था कि उसकी योजनाएँ विरोधियों तक कैसे पहुँच रही हैं। बाद में पता चला कि उसकी अपनी ही रानी विरोधी दल से मिली हुई थी और सारी योजनाएँ बता देती थी।

3. मित्र की साजिश

राहुल और उसके बचपन के दोस्त राकेश ने एक साथ बिजनेस शुरू किया था। लेकिन जब बिजनेस अच्छा चलने लगा, राकेश ने गुप्त रूप से सारी योजनाओं को प्रतियोगी कंपनी को बेचना शुरू कर दिया। इसका परिणाम हुआ कि कंपनी बंद हो गई और दोस्ती टूट गई।

4. शिक्षक की चाल

विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने विद्यालय की प्रगति के लिए कई योजनाएं बनाईं, लेकिन हर बार योजना लागू होने से पहले ही विफल हो जाती। बाद में खुलासा हुआ कि विद्यालय का एक शिक्षक अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए विरोधी विद्यालय को सभी योजनाओं की जानकारी दे रहा था।

5. परिवार में विभाजन

सुभाष के दो बेटे थे, जिनके बीच सब कुछ ठीक चल रहा था। लेकिन उसके छोटे बेटे ने जायदाद के लालच में बड़े भाई की योजनाओं को दूसरों से साझा करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे, परिवार टूट गया और दोनों भाई अलग हो गए।

6. भाई की चाल

राम और श्याम गाँव के सबसे समृद्ध किसान थे। एक दिन, श्याम ने गाँव के सरपंच पद के लिए नामांकन भरा। राम ने उसका समर्थन करने का वादा किया, लेकिन पीछे से उसने विरोधियों से मिलकर श्याम को हरवाने की योजना बनाई। श्याम के दिल में राम के लिए विश्वास टूट गया।

7. सहकर्मी की धोखाधड़ी

एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले सुरेश को प्रमोशन मिलने वाला था। लेकिन उसे यह जानकर गहरा धक्का लगा कि उसके सबसे करीबी सहकर्मी ने उसके काम की सारी जानकारी अपने बॉस को दे दी थी और खुद प्रमोशन ले लिया।

8. निवेश में नुकसान

अजय ने अपने सबसे करीबी दोस्त विनीत के साथ मिलकर एक नए बिजनेस में निवेश किया। लेकिन विनीत ने गुप्त रूप से सारी योजनाएँ और निवेश संबंधी जानकारी अजय के प्रतिस्पर्धियों के साथ बांट दी, जिससे अजय को बड़ा नुकसान हुआ।

9. धन का लोभ

एक समय में परिवार के सभी सदस्य एक दूसरे के प्रति वफादार थे। लेकिन जैसे-जैसे संपत्ति का बंटवारा हुआ, परिवार का एक सदस्य बाहरी लोगों से मिलकर घर की संपत्ति को बेचने की कोशिश में लग गया। परिणामस्वरूप, घर की संपत्ति चली गई और परिवार बिखर गया।

10. मित्र की कुटिल चाल

नील और उसका मित्र एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे। लेकिन जैसे ही सफलता के करीब पहुँचे, नील का मित्र सारे प्रोजेक्ट्स और योजनाओं की जानकारी कंपनी के प्रतिद्वंद्वी को दे दी। इसके कारण नील का प्रोजेक्ट विफल हो गया और वह बड़ा नुकसान सहन नहीं कर पाया।

11. फिल्म इंडस्ट्री का विश्वासघात

अनिकेत एक फिल्म निर्माता था और उसकी अगली फिल्म की स्क्रिप्ट बहुत सीक्रेट रखी गई थी। लेकिन रिलीज से पहले ही फिल्म की स्क्रिप्ट लीक हो गई और पता चला कि फिल्म यूनिट के ही एक सदस्य ने पैसे के लालच में इसे प्रतिद्वंद्वी निर्माता को बेच दिया।

12. गाँव का सरपंच चुनाव

रामनारायण गाँव का सबसे प्रभावशाली व्यक्ति था और उसने गाँव का सरपंच बनने का सपना देखा। लेकिन उसकी पत्नी ने लालच में आकर दूसरी पार्टी से हाथ मिला लिया और उसे हराने की साजिश रची। अंततः रामनारायण चुनाव हार गया।

13. स्कूल में प्रतिस्पर्धा

एक विद्यालय में दो शिक्षक बहुत ही करीबी मित्र थे। उनमें से एक ने दूसरे शिक्षक की नई शिक्षण विधियों को दूसरे विद्यालयों में जाकर बताना शुरू कर दिया, जिससे उसके दोस्त की प्रसिद्धि कम हो गई और उसकी छवि खराब हो गई।

14. घर का बंटवारा

रवि और मोहन, दो भाई थे, जिन्होंने अपने पिता की संपत्ति को लेकर मुकदमा दायर किया। रवि ने बाहरी वकील से मिलकर अपने भाई की कमजोरी जानकर उसे कोर्ट में हरवा दिया। आखिरकार, दोनों भाइयों के बीच की खटास ने पूरे परिवार को बर्बाद कर दिया।

15. ऑफिस में गुप्तचर

राजीव एक बड़े ऑफिस प्रोजेक्ट पर काम कर रहा था और उसकी टीम को कंपनी का सर्वोच्च पुरस्कार मिलने वाला था। लेकिन उसकी टीम के ही एक सदस्य ने सभी जानकारी दूसरी कंपनी को बेच दी, जिससे राजीव का प्रोजेक्ट असफल हो गया और उसे कंपनी से निकाल दिया गया।

इन कहानियों से यह स्पष्ट होता है कि अपने ही लोग कभी-कभी सबसे बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। "घर का भेदी लंका ढाए" मुहावरे का महत्व हमें यह सिखाता है कि कभी-कभी विश्वासघात अंदर से होता है, जो सबसे अधिक घातक होता है।

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